सेल का दृढ़ विश्वास है कि कर्मचारियों, उनके परिवारों तथा उसके कारखानों/यूनिटों के आसपास रहने वाली जनता के स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखना मात्र निगमित उत्तरदायित्व ही नहीं है बल्कि यह समग्र विकास के लिए पहली शर्त है। कंपनी अपने कर्मचारियों तथा आसपास के क्षेत्रों की जनता को स्वस्थ जीवन परिस्थितियां उपलब्ध कराने पर विशेष रूप से ध्यान दे रही है।
गत वर्षों में सेल ने 54 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, 12 प्रजनन तथा बाल स्वास्थ्य केन्द्र, 17 अस्पताल तथा 7 विशेष उपचार सुविधाएं स्थापित की हैं जहां 306 लाख से अधिक लोगों को आधुनिक स्वास्थ्य उपचार मिल रहा है। इन अस्पतालों में कर्मचारियों, उनके आश्रितों तथा आसपास रहने वाली जनता के लाभ के लिए कुल मिलाकर 4043 बिस्तर हैं तथा इनमें लगभग 4000 प्रशिक्षित चिकित्सा कर्मचारी कार्य कर रहे हैं। सेल के सभी कारखानों/यूनिटों के अस्पतालों में सरकार के स्वास्थ्य कार्यक्रमों पर भी अमल किया जा रहा है।
गम्भीर बीमारियों से पीड़ित ग्रामीणों को स्वास्थ्य केन्द्रों द्वारा कारखाने के मुख्य अस्पताल अथवा सरकारी अस्पताल में इलाज के लिए भेजा जाता है। जबकि छोटे-मोटे ऑपरेशन केन्द्रों में ही कर लिए जाते हैं। ये केन्द्र विश्व स्वास्थ्य दिवस, विश्व रक्तदान दिवस, नवजात शिशु सप्ताह आदि मनाते हैं जिससे लोगों में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ सके। ये केन्द्र इश्तहार बांटकर, प्रमुख स्थानों पर होर्डिंग लगाकर और वाद-विवाद, पेंटिंग तथा क्विज़ प्रतियोगिताएं आयोजित कर लोगों में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता ला रहे हैं।
1999-2000 से स्वास्थ्य तथा परिवार कल्याण मंत्रालय के राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन की भागीदारी में सेल एड्स जागरूकता तथा नियंत्रण कार्यक्रम भी चला रहा है। आज तक सभी कारखानों/यूनिटों में राष्ट्रीय एड्स जागरूकता तथा नियंत्रण कार्यक्रम-2 के कार्यान्वयन के लिए 3 करोड़ 20 लाख रुपये प्राप्त हो चुके हैं। कंपनी के इस कार्यक्रम के अंतर्गत लगभग 6 लाख गैर कर्मचारी और 1 लाख कर्मचारियों को लाभ मिल चुका है। वर्ष 2003 में अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन ने कार्य स्थल में प्रयासों के लिए अध्ययन के तौर पर सेल के एचआईवी/एड्स कार्यक्रम को
चुना। सेल तपेदिक नियंत्रण, मलेरिया तथा कुष्ठ रोग उन्मूलन जैसे अन्य राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों में भी भाग ले रहा है। कंपनी पूर्व घोषित दिनों को विभिन्न गांवों में अनेक स्वास्थ्य शिविर भी आयोजित करती है। नियमित रूप से टीकाकरण, रक्तदान शिविर आदि आयोजित किए जाते हैं। इन स्वास्थ्य शिविरों में स्वास्थ्य संबंधी मामलों के बारे में जागरूकता लाने के लिए पानी साफ करने हेतु गोलियां, इश्तहार बांटे जाते हैं तथा अन्य दृश्य-श्रव्य संचार माध्यमों का सहारा लिया जाता है। स्त्री रोग, हृदय रोग, बाल रोग, अल्ट्रासाउण्ड, हड्डी रोग आदि क्षेत्रों के विशेषज्ञ भी इन शिविरों में मरीजों की जांच करते और परामर्श देते हैं।
वर्ष 2007-08 में सेल ने 12 राज्यों (बिहार, झारखण्ड, छत्तीसगढ़, उड़ीसा, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, कर्नाटक, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान) में 475 से अधिक चिकित्सा शिविर आयोजित किए, जिसमें 5 लाख मरीजों के स्वास्थ्य की जांच की गई। वर्ष 2008-09 में 2,200 स्वास्थ्य शिविर आयोजित किए गए जिनका लगभग 10 लाख लोगों ने लाभ उठाया। 2009-10 में 3,850 शिविर आयोजित किए गए हैं, जिनसे 2.32 लाख से अधिक लोगों को फायदा हुआ है। इन शिविरों में निम्नलिखित सुविधाएं उपलब्ध कराई जाती हैं :
- नि:शुल्क स्वास्थ्य जांच
- रक्त, पेशाब आदि की जांच
- दवाइयां
- टीकाकरण
- ऑपरेशन के मामले कारखाने के अस्पतालों को भेजे जाते हैं (बीमार और उसके एक सहायक को नि:शुल्क रहने तथा खाने व आने-जाने की सुविधा उपलब्ध कराई जाती है)।
- ऑपरेशन के बाद स्वास्थ्य जांच
वरिष्ठ तथा जरूरतमंद लोगों को चिकित्सा सुविधा आसानी से प्राप्त करने के उद्देश्य से सेल ने गैर-सरकारी संगठनों को चलती-फिरती चिकित्सा यूनिटें उपलब्ध कराई हैं।