Modernisation & Expansion
सेल भारतीय इस्पात बाजार में अपनी अग्रणी स्थिति बनाए रखने के लिए उत्पादन यूनिटों तथा कच्चा माल स्रोतों व अन्य सुविधाओं का आधुनिकीकरण एवं विस्तार कर रहा है। इसका उद्देश्य तप्त धातु का उत्पादन वर्तमान 146 लाख टन प्रति वर्ष (2006-07 में वास्तिविक) से बढ़ाकर 262 लाख टन प्रति वर्ष करना है। .
इस्को स्टील प्लांट और सेलम इस्पात कारखाने के सभी प्रमुख पैकेजों के लिए ऑर्डर दिए जा चुके हैं और बोकारो, भिलाई, राउरकेला तथा दुर्गापुर इस्पात कारखानों के विस्तार के लिए पैकेजों के आंशिक ऑर्डर जारी हो चुके हैं। इन पैकेजों पर कार्य विभिन्न चरणों में है।
विस्तार योजना के उद्देश्य
- बेसिक ऑक्सीजन फर्नेस (बीओएफ) मार्ग के द्वारा इस्पात का शत-प्रतिशत उत्पादन
- कंटीनुअस कास्टिंग द्वारा इस्पात का शत-प्रतिशत उत्पादन
- अर्ध तैयार इस्पात में कमी के द्वारा मूल्य संवर्धन
- सभी धमन भट्टियों में सहायक ईंधन इंजेक्शन प्रणाली
- अति आधुनिक कम्प्यूटरीकृत/स्वचालित नियंत्रण प्रक्रिया
- परीक्षण तथा क्वालिटी नियंत्रण के लिए उत्पादन के दौरान आधुनिक सुविधाएं
- ऊर्जा बचत योजनाएं
- सेकेण्डरी परिशोधन
- पर्यावरण मानदण्डों का अनुपालन
उत्पादन लक्ष्य
विस्तार के पश्चात तप्त धातु, कच्चा इस्पात और बिक्री योग्य इस्पात के उत्पादन लक्ष्य नीचे दर्शाये गये हैं:
(दस लाख टन प्रति वर्ष) | ||
मद | आधार वर्ष (2006-07) वास्तविक |
विस्तार पश्चात |
तप्त धातु | 14.6 | 26.2 (23.5) |
कच्चा इस्पात | 13.5 | 24.6 (21.4) |
बिक्री योग्य इस्पात | 12.6 | 23.1 (20.2) |
(कोष्ठकों में दिए गए आंकड़े जारी 2012-2013 में आधुनिकीकरण और विस्तार चरण पूरा होने की स्थिति दर्शाते हैं)
पूंजी व्यय
पिछले तीन वर्षों के दौरान सेल की विस्तार और अन्य पूंजीगत योजनाओं (सहायक कंपनियों सहित) पर खर्च हुई राशि का ब्यौरा इस प्रकार है:
वर्ष | कुल (करोड़ रु.) |
2007-08 | 2181 |
2008-09 | 5233 |
2009-10 | 10606 |
2010-11 | 11280 |
2011-12 | 11021 |
2012-13 | 9756 |
2013-14 | 9890 |
2014-15 | 6840 |