कच्चा माल और माल उठाने-रखने का संयंत्र
कच्चा माल और माल उठाने-रखने के संयंत्र में मिश्रण प्राप्त होता है, उसका भण्डारण किया जाता है तथा यहां से धमन भट्टी, सिन्टर संयंत्र और रिफ्रैक्टरी सामग्री संयंत्र को उनकी आवश्यकताओं के अनुरूप विभिन्न कच्चा माल सप्लाई करता है। यहां सामान के भण्डार भी रखे जाते हैं जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि कच्चे माल की सप्लाई में किसी तरह की कभी रुकावट न आए।
इस संयंत्र में प्रति वर्ष 90 लाख टन विभिन्न कच्चे माल, जैसे लौह अयस्क चूर्ण और ढेले, चूना पत्थर (धमन भट्टी और स्टील मेल्टिंग शॉप श्रेणी का), डोलोमाइट के ढेले और टुकड़े, कोयला और मैंगनीज अयस्क उठाने-रखने का कार्य किया जाता है।
सेल की किरिबुरु, मेघाहाताबुरु, भवनाथपुर, तुलसीदामर और कुटेश्वर निजी खानों से लौह अयस्क और फ्लक्स मंगवाए जाते हैं। दुगदा, कठारा, करगाली और गिड्डी स्थित कोयला धमनशालाओं से यहां धुला हुआ कोयला पहुंचता हैं, जबकि खनिज कोयला झरिया कोयला खानों से मिलता है।
कोक भट्टी एवं उपोत्पाद संयंत्र
बोकारो में कोक भट्टी कॉम्प्लेक्स झरिया, दुगधा और मूनीडीह से प्राप्त प्राइम कोकिंग कोयले और करगाली, कठारा और महुधा से मीडियम कोकिंग कोल आता है तथा इसे धमन भट्टियों के लिए उच्च गुणवत्ता वाले आयातित कोयले से मिलाया जाता है। इस प्रविधि के दौरान अमूल्य उपोत्पाद जैसे एन्थ्रासीन तेल, बेन्जीन, तोएलीन, ज़ाइलीन, हल्का घुलनशील नेप्था, अमोनियम सल्फेट और अतिरिक्त हार्ड पिच जैसे उपोत्पाद प्राप्त होते हैं। उल्लेखनीय है कि बोकारो देश में कोयला बहुल क्षेत्र में स्थित है। बोकारो की कोक भट्टी बैटरी में 8 बैटरियां और प्रत्येक बैटरी में 69 भट्टियां हैं। कोक भट्टी में गैस निकासी, फिनाइल युक्त जल के नियंत्रण तथा अन्य प्रदूषण नियंत्रण उपाय पूरी तरह लागू किए गए हैं।
धमन भट्टियां
बोकारो में 2000 घन मीटर क्षमता की 5 धमन भट्टियां हैं जो इस्पात निर्माण के लिए तरल लोहा-तप्त धातु तैयार करती हैं। भट्टियों में बैललैस टॉप चार्जिंग, आधुनिक डबल कास्ट हाउस, कोल डस्ट इंजेक्शन और कास्ट हाउस स्लैग ग्रेनुलेशन टेक्नोलॉजी प्रयोग की जा रही है। लोहा निर्माण की टेक्नोलॉजी स्वचालित है तथा इसमें पीएलसी चार्जिंग प्रणाली और कम्प्यूटर नियंत्रित सुपरविजन प्रणाली का प्रयोग हो रहा है। धमन भट्टी स्लैग और गैस जैसे व्यर्थ जाने वाले पदार्थों को यहां या तो सीधे कारखाने में प्रयोग कर लिया जाता है या फिर उनका विधाययन कर उन्हें पुनः उपयोग करने लायक बनाया जाता है।
स्टील मेल्टिंग शॉप
धमन भट्टियों से प्राप्त तप्त धातु को एलडी कन्वर्टरों में 99.5 प्रतिशत शुद्ध ऑक्सीजन डाल कर इस्पात में बदला जाता है। इस्पात की विभिन्न श्रेणियों के लिए इसमें आवश्यकता अनुरूप अन्य सामग्री मिलाई जाती है।
बोकारो में 2 स्टील मेल्टिंग शॉप हैं-एसएमएस-1 और एसएमएस-2। एसएमएस-1 में 5 एलडी कन्वर्टर हैं और इनमें से प्रत्येक की क्षमता 130 टन है। यहां इस्पात पिण्ड मार्ग से प्राप्त पिण्डों से रिमिंग इस्पात बनाने की क्षमता है। एसएमएस-2 में 2 एलडी कन्वर्टर हैं जिनमें से प्रत्येक की क्षमता 300 टन है। इन कन्वर्टरों में सप्रैस्ड कम्बशन प्रणाली और कंटीनुअस कास्टिंग सुविधा उपलब्ध है। यहां विभिन्न प्रकार के किल्ड और अर्ध-किल्ड इस्पात का निर्माण किया जाता है।
कंटीनुअस कास्टिंग शॉप
कंटीनुअस कास्टिंग शॉप में 2 डबल स्टैंड स्लैब कास्टिंग मशीन हैं जहां 950 मिमी. से 1850 मिमी. चैड़े उच्च गुणवत्ता वाले स्लैब तैयार किए जाते हैं। इस शॉप में एक लैडल भट्टी और एक लैडल रिन्ज़िग स्टेशन है जहां इस्पात का सेकेण्डरी शोधन किया जाता है। लैडल भट्टी का प्रयोग रसायन और तापमान में एकरूपता लाने के लिए किया जाता है। कान्कास्ट मशीनों में सीधे सांचे हैं जो देश में अपनी तरह के अकेले हैं और अन्दर से साफ स्लैब तैयार करते हैं।
श्राउड और टन्डिश नलियों द्वारा आर्गन इंजेक्शन प्रणाली से इस्पात में ऑक्सीजन पुनः पहुंचने और उसमें नाइट्रोजन मिलने को रोका जाता है जिससे इस्पात की गुणवत्ता उच्चतम बनाए रखना सम्भव होता है। देश में एकमात्र एडी करण्ट पर आधारित स्वचालित ढांचे स्तर के नियंत्रण से उत्पाद की सतह की गुणवत्ता उत्तम रखी जा सकती है। हवा में नमी से शीतलन और लगातार उत्पाद को सीधा करने की सुविधाओं के कारण यहां तैयार स्लैब आन्तरिक खराबियों जैसे दरार आदि से मुक्त रखते हैं। सभी कास्टर पूरी तरह स्वचालित हैं और उनमें स्लैबों को ठण्डा करने, मशीन पर उनकी कटाई, डी-बर्रिंग और उत्पाद पर आवश्यकत सूचना अंकित करने की सुविधा है। इस शॉप में अग्रिम स्तर-3 की स्वचालित प्रणाली और प्रक्रिया की समय-सारिणी के निर्धारण, उसे मॉनीटर करने के लिए नियंत्रण प्रणाली लगाई गई हैं।
कंटीनुअस कास्टिंग शॉप में ड्राईंग, डीप ड्राईंग, अतिरिक्त डीप ड्राईंग, बॉयलर और टीन की प्लेटों की श्रेणी का इस्पात तैयार किया जाता है। यहां एलपीजी, डब्ल्यूटीसीआर, सेलकोर और एपीआई श्रेणी के कम मिश्र धातु के इस्पात का भी निर्माण होता है।
स्लैबिंग मिल
स्लैबिंग मिल में इस्पात पिण्डों का बेलन कर उन्हें 1250 मिमी. की यूनिवर्सल 4-हाई मिल में स्लैबों में परिवर्तित किया जाता है। इस मिल में बेलन (रोलिंग) क्षमता 40 लाख टन प्रति वर्ष है। शॉप में हॉट तथा कोल्ड स्कार्फिंग मशीनें और 2800 टन की कटाई मशीन भी है। सोकिंग पिटों में तापमान नियंत्रण करने की सुविधा, बेलन के समय आकार-प्रकार में कोई अन्तर न आने देने की प्रणाली तथा तप्त व शीतल स्कार्फिंग की मदद से यहां त्रुटि रहित स्लैब तैयार होते हैं।
हॉट स्ट्रिप मिल
कंटीनुअस कास्टिंग शॉप और स्लैबिंग मिल से प्राप्त स्लैबों का इस आधुनिक हॉट स्ट्रिप मिल में विधाययन किया जाता है। इस पूर्णतः स्वचालित हॉट स्ट्रिप मिल की वार्षिक क्षमता 33 लाख 63 हजार टन है और यहां अनेक प्रकार के उत्पाद, जिनकी मोटाई 1.2 मिमी. से 20 मिमी. तथा चैड़ाई 750 मिमी. से 1850 मिमी. तक होती है, तैयार किए जाते हैं। मिल में अत्यन्त आधुनिक स्वचालन तथा नियंत्रण सुविधा के लिए प्रविधि के अधिकतम उपयोग की विकसित प्रणाली लगाई गई है। मशीन पर कार्य कम्प्यूटर, पीएलसी तथा टेक्नोलॉजिकल नियंत्रण प्रणाली से किया जाता है।
मिल की वॉकिंग बीम री-हीटिंग भट्टियों से उत्पाद को समान रूप से गर्म करने की सुविधा प्राप्त होती है जिससे तापमान की हानि कम की जा सकती है तथा पूरे इस्पात की मोटाई बराबर रखी जा सकती है। उच्च दबाव वाली डी-स्केलिंग प्रणाली से उत्पाद की सतह समतल रहती है और रफिंग समूह में एडगर से चैड़ाई को नियंत्रण में रखा जा सकता है। रफिंग समूह में वर्टिकल स्केल ब्रेकर की 1 रफिंग टेन, 2 हाई रफिंग स्टैण्ड और 4 हाई यूनिवर्सल रफिंग स्टैण्ड हैं। माल तैयार करने वाले फिनिशिंग समूह में 1 फ्लाइंग शियर, फिनिशिंग स्केल बे्रकर और सात 4-हाई फिनिशिंग स्टैण्ड हैं। फिनिशिंग स्टैण्ड में हाइड्रालिक स्वचालित ग्रेज नियंत्रण प्रणाली से उत्पाद की मोटाई पर नियंत्रण रखा जाता है। वर्क रोल बेन्डिंग प्रणाली से स्ट्रिप की क्राउन और सतह बेहतर बनाई रखी जा सकती है। अन्तिम फिनिशिंग स्टैण्ड में बेलन की गति 7.5-17.5 मीटर प्रति सेकण्ड है। यहां उत्पाद को ठण्डा करने के लिए लैमिनार कूलिंग प्रणाली अपनी तरह की एक ही है। हाइड्रालिक कॉयलरों से कॉयल की आकृति बिल्कुल ठीक रखी जा सकती है और उन्हें एक साथ बांधा जा सकता है। रोबोट की मदद से कॉयलों पर उनकी पहचान अंकित करने की व्यवस्था भी इस मिल में विद्यमान है।
हॉट रोल्ड कॉयल फिनिशिंग
हॉट स्ट्रिप मिल में तैयार सभी हॉट रोल्ड कॉयल इस मिल में आगे वितरण या प्रेषण के लिए प्राप्त होती हैं। सीधे भेजे जाने वाले ऑर्डरों के लिए बेलित एचआर कॉयल यहां उपभोक्ता की आवश्यकता के अनुसार काटी और भेजी जाती है। सामान भारतीय मानकों और अनेक अन्तर्राष्ट्रीय/विदेशी मानकों के अनुरूप सप्लाई किया जाता है। इस शॉप में 2 शीयरिंग लाइन हैं जिनकी क्षमता क्रमशः 6 लाख 45 हजार टन/वर्ष और 4 लाख 75 हजार टन/वर्ष है।
कोल्ड रोलिंग मिल
बोकारो की कोल्ड रोलिंग मिल में उच्च क्वालिटी की शीटें अति आधुनिक टेक्नोलाॅजी से तैयार की जाती हैं। टिन मिल ब्लैक प्लेट और जस्टा चढ़ी शीटें इसके मुख्य उत्पाद हैं। अत्यन्त चिकनी और सपाट फिनिश की पतली मोटाई वाले उत्पादों की यहां कोल्ड रोलिंग की जाती है। उत्पादों की मेकेनिकल विशेषताएं हॉट रोलिंग स्ट्रिप के मुकाबले कहीं बेहतर होती हैं। यहां उत्पादों का बेलन रिक्रिस्टलाइजेशन से कहीं नीचे तापमान पर किया जाता है और सामान को पहले गर्म भी नहीं किया जाता। कोल्ड रोलिंग मिल के उत्पादों का उपयोग डीप ड्राईंग उद्देश्यों, मोटर-गाड़ियों की बॉडी, इस्पात के फर्नीचर, ड्रम और बैरल, रेल डिब्बों तथा आकार देकर अथवा मोड़ कर अन्य कार्यों और कोटेड इस्पात के लिए किया जाता है। इस कॉम्प्लेक्स में दो पिकलिंग लाइनें (जिनमें 1 उच्च गति की पुनः सृजन सुविधाओं सहित हाइड्रोक्लोरिक एसिड पिकलिंग लाइन), दो टैण्डम मिल, एक इलेक्ट्रोलिटिक क्लीनिंग लाइन, एक कंटीनुअस एनीलिंग लाइन, बैल एनीलिंग भट्टियां, दो स्किन पास मिल, एक डबल कोल्ड रिडक्शन मिल, शीयरिंग लाइन, स्लिटिंग लाइन और एक पैकेजिंग व प्रेषण अनुभाग है। 5-स्टैण्ड टेण्डम मिल में 0.15 मिमी. मोटाई की शीटों का बेलन किया जा सकता है। यहां आधुनिक हाइड्रोलिक स्वचालित मोटाई नियंत्रण कम्प्यूटरीकृत मिल तथा नियत्रंण प्रणाली भी उपलब्ध है।
हॉट डिप गैल्वेनाइजिंग कॉम्प्लेक्स
हॉट डिप गैल्वेनाइजिंग कॉम्प्लेक्स कोल्ड रोलिंग मिल के साथ जुड़ा हुआ है और यहां जस्ता चढ़ी कोल्ड रोल्ड स्ट्रिप तैयार होती हैं जो वातावरण, तरल अथवा मिट्टी के कारण जंग से मुक्त हैं। इस कॉम्प्लेक्स में निरन्तर कॉयल कोरूगेशन लाइन भी है जहां कोरूगेटेड शीट तैयार की जाती हैं। कॉम्प्लेक्स के गैल्वेलाइज्ड शीट शीयरिंग लाइन में जस्ता चढ़ी सादा शीटें तैयार होती हैं जिनके अनेक उपयोग हैं। यह 1994 में आईएसओ: 9001 प्रमाणपत्र प्राप्त करने वाली बोकारो स्टील की पहली शॉप है। इस कॉम्प्लेक्स में कोटिंग की उच्च क्वालिटी बनाए रखी गई है और इसके ‘सेल ज्योति’ ब्राण्ड उत्पादों की बाजार में भारी मांग है। इस कॉम्प्लेक्स ने गुजरात में भूकम्प के बाद पुनर्निर्माण कार्यों में मदद देने के उद्देश्य से उच्च उत्पादकता प्राप्त करने के लिए कुछ आविष्कारिक उपाय भी किए हैं।
सेवाएं - एक महत्वपूर्ण सहायक नेटवर्क
परिवहन, ऑक्सीजन संयंत्र, जल प्रबंधन और ऊर्जा प्रबन्धन जैसे सेवा विभाग इस विशालकाय कारखाने को अत्यन्त महत्वपूर्ण सहयोग दे रहे हैं। बोकारो इस्पात कारखाने में रेल की पटरियांे का एक विशाल नेटवर्क है जिन पर 40 से अधिक डीजल इंजन चलते रहते हैं। ऑक्सीजन संयंत्र से ऑक्सीजन, नाइट्रोजन और आर्गन गैस प्राप्त होती है जो इस्पात निर्माण तथा एनीलिंग जैसी प्रणालियों में प्रयोग की जाती हैं। जल प्रबन्धन विभाग कारखाने और नगरी में पानी की भारी मात्रा पूरी करता है तथा विभिन्न श्रेणी का पानी उपलब्ध कराता है। यह विभाग दूषित पानी को पुनः उपयोग करने लायक बनाने का कार्य भी करता है। ऊर्जा प्रबन्धन विभाग उपोत्पाद गैसों की मांग और सप्लाई में तालमेल बिठा कर उनकी मांग पूर्ति का महत्वपूर्ण कार्य कर रहा है।
रखरखाव विभाग
बोकारो में केन्द्रीयकृत रखरखाव विभाग काम कर रहे हैं जिनमें बड़े पैमाने पर वैद्युत तथा मशीनी रखरखाव का कार्य किया जाता है। यहां कार्यशाला आधारित रखरखाव शाखा के अतिरिक्त दिन-प्रतिदिन की मरम्मत और रखरखाव कार्य भी किए जाते हैं। यह सुविधा सहायक कर्मशालाओं में निर्माण सुविधाओं के समर्थन से बड़ी पूंजीगत मरम्मत कार्य करने में भी सक्षम है।
सहायक कार्यशालाएं
रखरखाव और मरम्मत सम्बन्धी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए बोकारो में मशीन शाॅप, फोर्ज शाॅप, स्ट्रक्चरल शॉप, स्टील फाउण्डरी, इन्गट मोल्ड फाउण्डरी, कास्ट आयरन और अलौह फाउण्डरी, वैद्युत मरम्मत शॉप तथा बिजली सम्बन्धी सुविधाओं की मरम्मत के लिए शॉप जैसी अनेक कार्यशालाएं हैं। इनके अतिरिक्त विशेष कार्य से संबंधित क्षेत्रीय मरम्मत कार्यशालाएं भी यहां कार्य कर रही हैं। कारखाने में मरम्मत तथा रखरखाव का अधिकतर कार्य इन्हीं कार्यशालाओं द्वारा किया जाता है।
बोकारो स्टील की रखरखाव शाखा की सहायक कार्यशाला ने अपने डिजाइन दल के सहयोग से ऐसे अनेक आधुनिक साज-सामान तैयार किए हैं जिन्हें पहले बाहर से मंगवाया जाता था। इसके अलावा उत्पादकता बढ़ाने और गुणवत्ता में सुधार के लिए उपाय कर इन कार्यशालाओं ने राजस्व की बचत और उपकरणों की उपलब्धि बढ़ाने में भी सहायता दी है।
इन विभागों में उपलब्ध विशेषज्ञता और यहां की गतिविधियों के कारण बोकारो सही अर्थों में एक एकीकृत इस्पात कारखाना बन कर सामने आया है। बोकारो स्टील के भीतर दरअसल अनेक उद्यम पनप रहे हैं।