अधिकारियों व कर्मचारियों के अधिकार एवं कर्तव्य
1. परिचालन:
- (क) सेल के अधीन इस्पात कारखानों के लिए सम्पर्क आयोजन।
- (ख) लदान बिन्दुओं पर रेक की क्वालिटी का मूल्यांकन।
- (ग) लदान बिन्दुओं पर माल तोलने के कार्य की देखरेख।
- (घ) सेल के कारखानों को अपेक्षित क्वालिटी व मात्रा में कोयला सप्लाई करने के लिए कोयला कम्पनियों से सम्पर्क।
- (ङ) सेल के कारखानों की आवश्यकता व उपलब्धता के अनुसार सेल की सप्लाई के लिए रेलवे से सम्पर्क।
- (च) संयुक्त रूप से सैम्पल के निरीक्षण हेतु तृतीय पक्ष से सम्पर्क तथा लदान बिन्दुओं तक रेक के साथ जाना।
- छ) कोयले के उत्पादन व प्रेषण के सम्बन्ध में आंकड़े तथा रिकाॅर्ड रखना।
- 2. वित्त एवं लेखे:
- (क) निधि आबंटन के लिए मासिक व्यय का अनुमान लगाना।
- (ख) निधियों का प्रबन्ध और बैंकों से निकट सम्पर्क स्थापित करना।
- (ग) कोयला बिलों और बाहरी एजेंसियों के अन्य बिलों का समय पर भुगतान सुनिश्चित करना।
- (घ) व्यय को आबंटित राशि तक सीमित रखना।
- (ङ) व्यय नियंत्रण सुनिश्चित करना।
- (च) लागत में कमी पर जोर और खर्च पर नियंत्रण के क्षेत्रों की पहचान करना।
- (छ) कर्मियों के वेतन, भविष्य निधि तथा अन्य अदायगियों को समय पर देना सुनिश्चित करना।
- (ज) भविष्य निधि तथा अन्य कटौतियों समय पर करना।
- (झ)वित्तीय समीक्षा और निवेश/क्रय प्रस्तावों को स्वीकृति प्रदान करना।
- (ण) समय पर माल की खरीद सुनिश्चित करना।
- 3. कार्मिक एवं प्रशासन:
- (क) कर्मचारियों का उत्पादकता स्तर तथा उनमें प्रोत्साहन भावना बढ़ाना।
- (ख) सौहार्दपूर्ण तथा उत्पादन समर्थक औद्योगिक सम्बन्ध स्थापित करना।
- (ग) प्रभावी जनशक्ति आयोजन तथा नियंत्रण।
- (घ) संगठन में परिवर्तन को सहज रूप से कार्यान्वित करने के लिए उपयुक्त वातावरण तैयार करना।
- (ङ) मानव संसाधन विकास पहल को लागू करना।
- (ङ) सामान्य प्रशासनिक कार्य।
- छ) कम्पनी के क्वार्टर, सड़कों, बिजली तथा अन्य सेवाओं का रखरखाव सुनिश्चित करना।