संगठन, कार्य तथा कर्तव्यों का विवरण
28 जनवरी 1982 को आयोजित सेल निदेशक मण्डल की 83वीं बैठक में लिए गए निर्णय के अनुसार 1982 में इंजीनियरी तथा टेक्नोलाॅजी केन्द्र (सेट) का गठन किया गया। सेल संगठन में सेट डिजाइन] इंजीनियरी तथा परामर्शदात्री सेवाएं उपलब्ध कराने वाला एक यूनिट है। यह सेल के कारखानों तथा यूनिटों के भीतर लोहे तथा इस्पात से सम्बद्ध टेक्नोलाॅजियां अधिग्रहण तथा हस्तांतरण करने वाली एक प्रमुख एजेन्सी है। सेट परिकल्पना] परियोजना रिपोर्ट] परियोजना मूल्यांकन तथा समीक्षा] परियोजनाओं के संबंध में परामर्शदात्री सेवाएं] डिजाइन व इंजीनियरी तथा परियोजना प्रबन्धन जैसी विविध सेवाएं उपलब्ध करा रहा है। सेट लोहे तथा इस्पात निर्माण तथा सह क्षेत्रों] जैसे खान आयोजन और विकास] आधारभूत सुविधाओं का विकास] औद्योगिक पाइपिंग] औद्योगिक भण्डारण] माल उठाने-रखने की प्रणाली] औद्योगिक प्रदूषण नियंत्रण तथा पर्यावरण प्रबन्धन प्रणाली] जल आपूर्ति व सफाई] नगर आयोजन] छोटी बिजली परियोजनाओं आदि क्षेत्रों में सेवाएं प्रदान कर रहा है।
सेट के निम्न स्थानों पर केवल दो यूनिट कार्यालय हैं जो इसकी गतिविधियों में समन्वयन करते हैं।
1. सेट] दिल्ली यूनिट कार्यालय
2. सेट] कोलकाता यूनिट कार्यालय
यह आईएसओ 9001:2000 प्रमाणित संगठन है।
सेट के उद्देश्यों तथा कार्यों को मुख्यतः निम्न शीर्ष में रखा जा सकता है:
•डिजाइन] इंजीनियरी तथा तकनीकी-आर्थिक
• टेक्नोलाॅजी सुधार
• अन्य सेवाएं
1.1.1 डिजाइन] इंजीनियरी तथा तकनीकी-आर्थिक
कारखानों या निगमित कार्यालय द्वारा सौंपी गई विभिन्न योजनाओं/परियोजनाओं के बारे में विस्तृत तकनीकी अध्ययन।
तकनीकी] टेक्नोलाॅजी विषयक तथा टेकनाॅ-आर्थिक पक्षों के संबंध में साध्यता तथा विस्तृत परियोजना प्रतिवेदन तैयार करना] जिससे कारखाने व यूनिट निवेश प्रस्ताव तैयार कर सकें।
स्वीकृत योजनाओं तथा प्रस्तावों को कार्यान्वित करने के लिए विस्तृत इंजीनियरी सहायता उपलब्ध कराना] तकनीकी मानक तैयार व आर्डर करना] कारखानों को निविदाओं का मूल्यांकन करने तथा उन्हें अन्तिम रूप देने में सहायता देने और डिजाइनरों के काम का सुपरविजन। .
समीक्षा/स्वीकृति के समय प्रस्तावों के समर्थन में कारखानों व यूनिटों की सहायता।
• स्वीकृत योजनाओं तथा प्रस्तावों को कार्यान्वित करने के लिए विस्तृत इंजीनियरी सहायता उपलब्ध कराना] तकनीकी मानक तैयार व आर्डर करना] कारखानों को निविदाओं का मूल्यांकन करने तथा उन्हें अन्तिम रूप देने में सहायता देने और डिजाइनरों के काम का सुपरविजन।
• आरम्भिक अनुसंधान एवं विकास अध्ययन के पश्चात् सफल पाई गई सभी योजनाओं को कारखानों में लागू करने के लिए विस्तृत इंजीनियरिंग तथा निवेश प्रस्ताव तैयार करना तथा उन पर कार्य का समन्वयन।
• बाहरी इंजीनियरी तथा तकनीकी परामर्शदाताओं के कार्य में समन्वयन।
1.1.2 टेक्नोलाॅजी में सुधार
• विभिन्न प्रविधियों में अनुसंधान एवं विकास केन्द्र से परामर्श के बाद टेक्नोलाॅजी में सुधार उपायों की पहचान तथा विभिन्न कारखानों में उन्हें लागू करने की योजना बनाना तथा इसके लिए डिजाइन व तकनीकी ज्ञान क्षमता हासिल करना।
• लघुकालीन/दीर्घकालीन निगमित उत्पादन लक्ष्यों के लिए उपयुक्त निवेश की जानकारी देते हुए अनुसंधान एवं विकास केन्द्र को विभिन्न उत्पादन प्रविधि मार्गों] उत्पादन सुविधाओं की पहचान में सहायता उपलब्ध कराना।
1.1.3 अन्य सेवाएं
• कम्पनी के मानकों का विकास और राष्ट्रीय तथा अन्तर-कारखाना मानकीकरण संगठनों से समन्वयन।