अपसुपरविजन व उत्तरदायित्व सहित निर्णय की प्रक्रिया के लिए कार्रवाई
निदेशक मण्डल
अध्यक्ष
कार्यकारी निदेशक
कार्यपालक
कम्पनी का समग्र प्रबन्धन कम्पनी के निदेशक मण्डल में निहित है। निदेशक मण्डल कम्पनी में निर्णय करने वाली सबसे बड़ी संस्था है।
कम्पनी अधिनियम, 1956 की व्यवस्थाओं के अनुसार कुछ मामलों में कम्पनी के शेयरधारकों की आम सभा में स्वीकृति की आवश्यकता होती है।
निदेशक मण्डल कम्पनी के शेयरधारकों, जो कम्पनी की सबसे उच्च अधिकार-प्राप्त संस्था है, के प्रति उत्तरदायी हैं। सेल, एक सार्वजनिक क्षेत्र का उद्यम होने के नाते इसका निदेशक मण्डल प्रमुख शेयरधारक अर्थात् भारत सरकार के प्रति भी उत्तरदायी है।
कम्पनी का दिन-प्रतिदिन का प्रबन्धन कम्पनी के अध्यक्ष और कार्यकारी निदेशकों व कम्पनी के अन्य अधिकारियों को सौंपा गया है। निदेशक मण्डल ने अपने अधिकार अध्यक्ष, कार्यकारी निदेशकों को प्रत्यायोजित किए हैं जिन्होंने अपने कुछ अधिकार कार्यपालकों को सौंप दिए हैं।..
अध्यक्ष, कार्यकारी निदेशक तथा अन्य कार्यपालक अपने कार्यों और उत्तरदायित्वों के निर्वाहन के लिए निदेशक मण्डल के प्रति उत्तरदायी हैं।
वे अधिकार जो प्रत्यायोजित नहीं किए गए हैं वे कम्पनी अधिनियम, 1956 के प्रावधानों के अनुरूप निदेशक मण्डल प्रयोग करता है।